Journey of Unknown Bonds(अनजान रिश्तों की कहानी)Part-1
एक लड़की होती है जिसका नाम स्वाति होता है। वह एक रेस्टोरेंट में काम करती है। वहां उसे ऑनलाइन चैट करने की आदत पड़ जाती है। रोज देर रात तक वह अनजान व्यक्तियों से चैटिंग करती है। उनके आपस में अच्छी दोस्ती हो जाती है। और जो स्वाति का नया दोस्त होता है, वह आपस में बहुत बात करते हैं। एक दिन स्वाति उसके बारे में जानकारी देती है और उसे उसकी असली पहचान बताने के लिए कहती है। वह लड़का अपनी असलियत बता देता है। फिर स्वाति उसे मिलने के लिए कहती है। वह लड़का उससे मिलने के लिए आ जाता है। वह लड़का बहुत अच्छा होता है। उसका नाम रजत होता है। वह स्वाति से 5 साल बड़ा होता है। वह अनाथ होता है। रजत स्वाति केआगे शादी का प्रस्ताव रखता है। स्वाति कहती है, "मैं तुम्हारे बारे में कुछ नहीं जानती हूं। मैं तुमसे शादी के लिए कैसे हां कैसे कर दूं?" रजत तुम सही कह रही हो। ऐसे एकदम से किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा भी नहीं करना चाहिए।" स्वामी पूछती है, "क्या तुम मुझे पसंद करते हो?" रजत कहता है, "हां।" स्वाति कहती है, "तुम मेरे लिए क्या कर सकते हो?" रजत मैं बस तुम्हारे लिए इतना ही कर सकता हूं कि मैं तुम्हें कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा और हमेशा तुम्हारा साथ दूंगा।" स्वाति क्या तुम मेरी मां से मिलना चाहोगे?" रजत हां क्यों नहीं?" स्वाति रजत को अपने घर ले जाती है और अपनी मां से मिलवाती है। स्वाति अपनी मां को कहती है, "मां, यह रजत है और मुझसे शादी करना चाहता है।" मां कहती है, "बेटा, क्या तुम उसे कितना जानती हो? यह कितना कमाता है? कैसा लड़का है? घर में कौन है?" स्वाति मां को बताती है, "मां, यह अनाथ है। एक प्राइवेट कंपनी में अकाउंटेंट है। अच्छा कमा लेता है। लेकिन बेटा, मैं किसी अनजान व्यक्ति से तुम्हारी शादी नहीं कर सकती।" स्वाति की मां साफ-साफ शादी के लिए मना कर देती है। स्वाति कहती है, "जब तक मां हां नहीं कर देगी, तब तक मैं शादी नहीं करूंगी?" रजत कोई बात नहीं। स्वाति लेकिन हम अच्छे दोस्त बनकर तो रह सकते हैं।" स्वाति कहती है, "हां।" रजत उसे एक कार्ड देता है और कहता है, "यह मेरा कार्ड है। कभी जरूरत हो तो मुझसे बात कर लेना।" और रजत वहां से चला जाता है। 15 दिन बाद रजत का फोन आता है। तो स्वाति रोने लग जाती है। रजत पूछता है, "क्या हुआ स्वाति? तुम ठीक तो हो ना? तुम रो क्यों रही हो?" स्वाति कहती है, "मां का एक्सीडेंट हो गया है। उनकी हालत गंभीर है।" रजत कहता है, "तुम चिंता मत करो। सब ठीक हो जाएगा। तुम्हारे साथ कोई है?" स्वाति कहती है, "हां, मेरी सहेली प्रीति मेरे साथ है। मेरी उससे बात करवाओ।" प्रीति बात करती है। रजत कहता है, "तुम स्वाति का ध्यान रखना। मैं जल्द ही वहां पहुंचता हूं।" कुछ समय बाद रजत आ जाता है। स्वाति उसके गले लगकर रोने लगती है। रजत कहता है, "डॉक्टर क्या कह रहे हैं?" स्वाति कहती है, "उन्होंने ऑपरेशन करने के लिए कहा है।" वह कहता है, "ठीक है। मैं पैसे जमा करके आता हूं।" स्वाति कहती है, "मैंने पैसे जमा कर दिए हैं।" रजत पूछता है, "कितने?" स्वाति कहती है, "2 लाख।" रजत कहता है, "ठीक है। तुम यहां बैठो। अब मैं आ गया हूं ना?" रजत स्वाति और उसकी मां का बहुत ध्यान रखना है। प्रीति कहती है, "यार, यह लड़का कितना अच्छा है। तुम्हारा और आंटी का कितना ध्यान रख रहा है। जैसे घर का ही सदस्य हो।" स्वाति की मां भी रजत का इतना अच्छा व्यवहार देखकर खुश हो जाती है। और रजत से पूछती है, "क्या अब भी तुम मेरी बेटी से शादी करोगे?" मां का बोझ भी उठाना पड़ेगा। रजत आप कैसी बात कर रहे हो? मां-बाप कभी बोझ नहीं होते। मैं स्वाति से प्यार करता हूं। मगर मेरी शादी स्वाति से नहीं होती है। तो शायद मैं किसी और से शादी नहीं कर पाता। स्वाति की मां कुछ समय बाद रजत और स्वाति की शादी करवा देती है। रजत स्वाति और उसकी मां को अपने साथ ले जाता है। प्रीति स्वाति से पूछती है, "यार, इतना अच्छा लड़का कहां मिला?" स्वाति कहती है, "मुझे यह चैटिंग से मिला जो मैं तुझे बता रही थी।" स्वाति और रजत की लाइफ सेट हो जाती है। दोनों बहुत खुश रहते हैं। प्रीति भी सोचती है कि मैं ऑनलाइन चैटिंग करती हूं शायद मुझे भी अच्छा लड़का मिल जाए। फिर प्रीति भी ऑनलाइन चैटिंग शुरू करती है और वह भी एक लड़के से दोसती कर लेती है जो लगभग उसकी ही उम्र का होता है। दोनों अच्छे दोस्त बन जाते हैं और एक दिन वह लड़का प्रीति को मिलने के लिए बुलाता है। प्रीति उसे लड़के से मिलने के लिए चली जाती है। प्रति अपनी सारी जानकारी स्वाति को देती रहती है। दोनों एक दूसरे को हर बात का पता होता है। जब बहुत दिन हो जाते हैं और प्रीति से बात नहीं होती है तो स्वाति को प्रीति की चिंता होने लगती है। स्वाति प्रीति को फोन करती है। फोन पर रिंग जाती है लेकिन प्रीति फोन नहीं उठाती है -----------------------------------
आखिर प्रीति के साथ ऐसा क्या हुआ जो वह स्वाति का फोन नहीं उठा रही है? आगे की कहानी जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे.
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