ईमानदारी का परीक्षण
मौलिक नाम का एक लड़का होता है जो एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है वह अपने काम को लेकर समर्पित रहता है मौलिक को कंपनी में काम करते हुए 4 साल हो गए थे एक दिन मौलिक ऑफिस में काम कर रहा था उसके फोन की घंटी बजती है जब मौलिक फोन उठाता है तो वह आवाज सुनकर घबरा जाता है और अपने घर की तरफ भागता है जब वह घर पहुंचता है तो घर में शांति होती है घर में कोई नजर नहीं आता है यह देखकर मौलिक और ज्यादा घबरा जाता हैइतने में मौलिक की पत्नी छत से आ जाती है मौलिक पूछता है
बबलू( यश ) कहां है
उसकी पत्नी कहती है वह तो ट्यूशन गए हैं मौलिक अपनी पत्नी से पूछता है तुम ठीक तो हो ना मौलिक की पत्नीआशा कहती है मैं ठीक हूं पर तुम इतने घबराए हुए क्यों हो मालिक कुछ नहीं बताता है मौलिक का फिर फोन बजता है फोन की घंटी सुनकर मौलिक और ज्यादा घबरा जाता है फोन पर उसे पता चलता है कि उसके बेटे का अपहरण हो गया है मौलिक को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि वह अब क्या करें मौलिक को यह भी नहीं पता है कि उसके बेटे का अपहरण किस लिए किया हैअभी तक अपहरण करता में कोई मांग नहीं की थी मौलिक पुलिस के पास जाने की सोचता है जैसे ही वह पुलिस स्टेशन जाने के लिए घर के बाहर निकलता है इस समय घर के बाहर कोई व्यक्ति उसे एक पत्र देकरऑटो में चला जाता है पत्र पढ़ कर मौलिक घर के अंदर आ जाता है और किसी को पता नहीं लगने देता है किउसके बेटे का अपहरण हो गया है कुछ समय बीतता है लेकिन अपहरण करने वालों की कोई मांग नहीं आती है मौलिक और उसकी पत्नी को अब अपने बेटे की और अधिक चिंता होने लगती है कि उसका बेटा जिंदा है भी या नहीं मौलिक बेटे के किडनैप के दो दिन बाद ही उसके भाई का एक्सीडेंट हो जाता है मौलिक सोचता है कि मेरे परिवार के साथ क्या हो रहा है चारों तरफ से मुसीबत आ रही है मौलिक के पास फिर से किडनैपर का फोन आता है वह मौलिक को कुछ जरूरी दस्तावेज चुराने के लिए कहते हैं अगर वह यह काम नहीं करेगा तो वह उसके बेटे को मार देंगे मौलिक अपने काम को लेकर बहुत मेहनती और इमानदार होता है मौलिक यह गलत काम नहीं करना चाहता था लेकिन उसे अपने बेटे को भी बचाना है अगर मौलिक उन्हें दस्तावेज चोरी करके देता है तो उसे सजा
हो जाएगी और उसके परिवार की बदनामी भी बहुत होगी और वह अपने बच्चों की नजरों में गिर जाएगा वह सोचता है बच्चे उसके बारे में क्या सोचेंगे कि उनके पापा ने चोरी की है लेकिन मौलिक अपने बेटे से भी बहुत प्यार करता है और हर मां-बाप अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकते हैं अब मौलिक अपने बेटे को बचाने के लिएउसे दस्तावेज चोरी करनी पड़ती है लेकिन मौलिक अपने इस काम से बहुत दुखी होता है मौलिक यह दस्तावेज किडनैपरको देखकर आता है तो वहघर के बाहर देखकर हैरान रह जाता है उसके सामने उसका बेटा खड़ा होता है और उसके साथ उसका दोस्त भी होता है मौलिक कहता है बेटा तुम यहां परकैसे किडनैपर्स ने तुम्हें छोड़ दिया या फिर तुम वहां से भागने में कामयाब हो गए लेकिन बेटे का दोस्त कहता हैअंकल हम पहले अंदर चले यह बहुत घबराया हुआ है मौलिक हां बेटा अंदर चलो मौलिक अपने बेटे और और उसके दोस्त को अंदर लेकर चला लेकर जाता है और उन्हें पानी देता है अपने बेटे को देखकर उसकी पत्नी भी बहुत खुश होती है लेकिन मौलिक अभीअसमंजन में था मौलिक की पत्नी बताती है आप परेशान मत हो मैं बताती हूं हमारे बेटे बबलू के दोस्त का फोन बार-बार आ रहा था वह पूछता की बबलू ठीक है ना मैं हर बार कह देती कि बबलू ठीक है लेकिन एक दिन उसने पूछ ही लिया अगर वह ठीक है तो वह फेसबुक पर अपनी पोस्ट क्यों नहीं डाल रहा है वह तो हर रोज कम से कम एक पोस्ट जरूर डालता हैमुझे लगता है बबलू ठीक नहीं है आप मुझे कुछ छुपा रहे होलेकिन मैं फिर इससे कह दिया कि सब ठीक है तुम चिंता मत करो और हमें फोन मत करना कोई जरूरी होगा तो मैं ही फोन कर दूंगी और इसे शक हो गयाऔर वह पापा को कहकर बबलू की तलाश के लिए छानबीन में लग जाता है और मुझे पता था अक्षय के पापा शायद हमारी मदद कर सकते हैं इसलिए मैं उनसे बात करना चाहती थी लेकिन मुझे लग रहा था कहीं हमारे फोन रिकॉर्ड ना हो रहे हो इसलिए मैं पड़ोस में दही लेने के बहाने से गई और उनके फोनसे मैं अक्षय और उसके पापा से मदद मांगने के लिए फोन किया लेकिन अक्षय ने मेरेबोलने से पहले बता दिया आंटी मैं जानता हूं यस का अपहरण हुआ है और पापा उसे लेने ही जा रहे हैं वह बबलू के फोन से ही यश के पास पहुंच गए हैं मौलिक परआपने यह कैसे कियाअक्षय के पापा ने कहा मैं साइबर डिपार्टमेंट में काम करता हूं इसलिए यह मेरे लिए ज्यादा मुश्किल नहीं था मैंने अक्षय से यश की सारी इनफार्मेशन निकली सारी छोटी और बड़ी जानकारी आपके और आपके परिवार की सारी जानकारी इकट्ठा की और फिर यश के फोन की लोकेशन का पता लगाया और फिर जो यश के फोन की लोकेशन में जो फोन आया उन सब की इनफार्मेशन इकट्ठा करकेएक नंबर ऐसा था जिससे आपका फोन पर बातें हो रही थी उसकी सबसेबड़ी गलती यह थी कि उसने एक ही फोन में दूसरी सिम लगाकर बात कर ली और फिर क्या था मैं उसकी लोकेशन पर गया और यश को लेकर आ गयाहां एक बात और आपके भाई का एक्सीडेंट भी इन लोगों ने करवाया ताकि कोई आपकी मदद ना कर सके मौलिक पर वह है कौन अक्षय के पापा शायद आप उनको जानते हो पुलिस उनको अभी लेकर आ रही है मालिक उन्हें देखकर हैरान रह गया यह कोई और नहीं बल्कि मौलिक के ऑफिस में उनके साथ काम करने वाले एम्पलाइज थे मौलिक ने कहा तुमने यह सब क्यों किया तुम तो यश की बहुत परवाह करते थे लेकिन उसे समझ आता है कि वह सब दिखावा था और वह कहते हैं कि यह सब तो दिखावा थामैंने यह सब तुमसे बदला लेने के लिए किया है जो प्रमोशन तुम्हें मिला है वह मुझे मिलना चाहिए था तुम मुझे कितने साल बाद आए थे और तुम मुझेसे आगे निकल गए हो इसलिए मैंने यह सब किया मौलिक मुझे जो प्रमोशन मिला है वह मुझे मेरी मेहनत और ईमानदारी की वजह से मिला है ईमानदारी अब नहीं क्योंकि जोपेपर तुमने मुझे दिए थे वह मैंने अपनी विरोधी कंपनी को दे दिया है और बस तुम्हें धक्के मार कर ऑफिस से निकाल देगामैं अपना बदला लेने में कामयाब हो गया हूं मौलिक नहीं जो पेपर मैंने दिए हैं वह नकली हैं इससे कंपनी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा और तुमने जिस कंपनी में काम किया इस कंपनी के साथ तुमने धोखा दिया कंपनी का मालिक मौलिक की सभी बातें सुन लेता है मौलिक को कहता है तुम्हारे जैसा ईमानदार व्यक्ति हर किसी को नहीं मिलता तुम्हारे बेटे की जान खतरे में थी फिर भी तुमने अपनी ईमानदारी नहीं छोड़ी कंपनी को कोई धोखा नहीं दिया बल्कि तुम्हारे पास तो ऐसेकरने की बड़ी वजह थी आज यश यानी बबलू के दोस्त अक्षय और उसके पापा की वजह से बबलू सही सलामत घर आ गया और वे दोषी भी पकड़े गएसिर्फ और सिर्फ टेक्नोलॉजी के बड़े कमाल की वजह से अगर इसे अच्छे कार्य के लिए उसे किया जाए तो टेक्नोलॉजी से बड़ा कोई वरदान नहीं है